कुछ हम ज़्यादा,
तो कुछ हम कम हैं।
खामियां कुछ सà¤ी में हैं होतीं,
इन पर नहीं कोई ग़म है।
बस इतनी सी है बात कि,
अपने जैसे सिर्फ हम हैं।
और कोई नहीं है हमारे जैसा,
यही खुदा का सबसे बड़ा रहम है।🌸